अगर तुम्हारा साथ न होता मेरा घर-द्वार और जीवन सब कुछ सन्नाटे में होता। अगर तुम्हारा साथ न होता मेरा घर-द्वार और जीवन सब कुछ सन्नाटे में होता।
हाय रे, जीवन खुद को अकेली मां घर द्वार में पाए। हाय रे, जीवन खुद को अकेली मां घर द्वार में पाए।
जवान नहीं उम्रदराज हैं हक़ीक़त को तस्लीम किया। जवान नहीं उम्रदराज हैं हक़ीक़त को तस्लीम किया।
ये भी कभी हरे थे खेत- खलिहान घर-द्वार को संभाले मजबूती से खड़े थे। ये भी कभी हरे थे खेत- खलिहान घर-द्वार को संभाले मजबूती से खड़े थे।
हर एक कोना है पत्थर सा कड़ा। हर एक कोना है पत्थर सा कड़ा।
हुआ स्वागत मेरा भी कुछ ऐसे खुला द्वार खुद ब खुद कुछ ऐसे हुआ स्वागत मेरा भी कुछ ऐसे खुला द्वार खुद ब खुद कुछ ऐसे